यशोमती मईया से,
बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी,
मैं क्यूँ काला।
बोली मुस्काती मईया,
ललन को बताया,
काली अँधीयारी,
आधी रात में तू आया,
लाडला कन्हैया मेरा,
काली कमली वाला,
इसीलिए काला।।
बोली मुस्काती मईया,
सुन मेरे प्यारे,
गोरी गोरी राधिका के,
नैन कजरारे,
काले नैनो वाली ने,
ऐसा जादू डाला,
इसीलिए काला।।
इतने में राधा प्यारी,
आई बलखाती,
मैंने नहीं जादू डाला,
बोली इठलाती,
मईया कन्हैया तेरा,
जग से निराला,
इसीलिए काला।।
यशोमती मईया से,
बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी,
मैं क्यूँ काला।