याद सतावे श्याम धणी थारी,
याद सतावे रे,
कब से तेरी बाट निहारुं,
क्यों नहीं आवे रे।।
बीच भंवर में नैया डोले,
क्यों नहीं आंख्या खोले,
थारे जैसो नहीं खिवईयो,
सेवक थारा बोले,
नैना सु असुवन की धारा,
बहती जावे रे,
कब से तेरी बाट निहारुं,
क्यों नहीं आवे रे।।
हुई मोहब्बत तुमसे कन्हैया,
मैं किसको समझाऊँ,
तेरा मेरा साथ ना छूटे,
मैं बतलाना चाहूँ,
सांवरिया थाने तरस ना आवे,
म्हाने गले लगा जा रे,
कब से तेरी बाट निहारुं,
क्यों नहीं आवे रे।।
कुछ तो बोलो म्हारा सांवरा,
इक बार सामी आके,
घणा थाने बुलवाऊं कोनी,
यो वादा तेरे सागे,
दास मेरो है तू भी ‘बंटू’,
इतनो कह जा रे,
कब से तेरी बाट निहारुं,
क्यों नहीं आवे रे।।
याद सतावे श्याम धणी थारी,
याद सतावे रे,
कब से तेरी बाट निहारुं,
क्यों नहीं आवे रे।।
Singer & Writer – Bantu Bhaiya Ji