व्यर्थ क्यों भटकता प्राणी सुबह से शाम रे

व्यर्थ क्यों भटकता प्राणी,
सुबह से शाम रे,
हरि नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे,
प्रभु नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे।bd।

देखे – सीताराम कहो राधेश्याम कहो।



यहाँ से लिया जो तूने,

यहीं रह जाएगा,
धन दौलत ये तेरे,
काम नहीं आएगा,
साथ में रहेगा तेरे,
साथ में रहेगा तेरे,
प्रभुजी का नाम रे,
हरि नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे,
प्रभु नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे।bd।



झूठे है सहारे जग के,

झूठे रिश्ते नाते है,
ये झूठे है झमेले सारे,
मन को सताते है,
सच है यही बस बोलो,
सच है यही बस बोलो,
हरे कृष्ण राम रे,
हरि नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे,
प्रभु नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे।bd।



तेरा किया कुछ ना होता,

व्यर्थ में तू रोता है,
मर्जी प्रभु की होती,
तभी कुछ होता है,
इन्ही से बनेंगे सारे,
इन्ही से बनेंगे सारे,
बिगड़े सब काम रे,
Bhajan Diary Lyrics,
हरि नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे,
प्रभु नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे।bd।



व्यर्थ क्यों भटकता प्राणी,

सुबह से शाम रे,
हरि नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे,
प्रभु नाम गा ले रे बन्दे,
मिलेगा आराम रे।bd।

Singer – Vyas Ji Maurya


Previous articleमैं तेरी शरण में आई मेरी ज्यान बचादे नै
Next articleगणपति गणेश को उमापति महेश को मेरा प्रणाम है
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here