वर दे वीणा वादिनि वर दे,
प्रिय स्वतंत्र रव अमृत-मंत्र नव,
भारत में भर दे,
वर दे विणा वादिनि वर दे।।
काट अंध-उर के बंधन-स्तर,
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर,
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर,
जगमग जग कर दे,
वर दे विणा वादिनि वर दे।।
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव,
नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव;
नव नभ के नव विहग-वृंद को,
नव पर नव स्वर दे,
वर दे विणा वादिनि वर दे।।
वर दे वीणा वादिनि वर दे,
प्रिय स्वतंत्र रव अमृत-मंत्र नव,
भारत में भर दे,
वर दे विणा वादिनि वर दे।।
Singer – Chetna