उठो जवान देश के,
वसुंधरा पुकारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।
रगों में तेरे बह रहा है,
खून राम श्याम का,
जगदगुरु गोविन्द और,
राजपूती शान का,
तू चल पड़ा तो चल पड़ेगी,
साथ तेरे भारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।
है शत्रु दनदना रहा,
चहुँ दिशा में देश की,
पता बता रही हमें,
किरण किरण दिनेश की,
वो चक्रवर्ती विश्वजयी,
मात्रभूमि हारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।
उठा कदम बढ़ा कदम,
कदम कदम बढ़ाये जा,
कदम कदम पे दुश्मनों के,
धड़ से सर उड़ाए जा,
उठेगा विश्व हाथ जोड़,
करने तेरी आरती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।
उठो जवान देश के,
वसुंधरा पुकारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।
प्रेषक – अंतर राणा
9868572816
great ,thanks for this bhakti geet