ऊंचे डूंगर देवरो जी,
कोई रतनेश्वर महादेव,
जातरी आवे घणा,
मैं तो वारी जाऊँ,
परचा जग में बडा़,
मै तो नाग निवन शिव थाने करा।।
राजा मानसिंह आपरो जी,
ओ मिन्दर है बनवायो,
भाव से पूजा करी,
राजा मानसिंह आपरो जी,
ओ मिन्दर है बनवायो,
भाव से पूजा करी,
मैं तो वारी जाऊँ,
भक्ति थारी करी,
शिव शंकर झोली ज्यारी भरी।।
सुन्दर बनीयो देवरो जी,
ज्यारी शोभा है अपरम्पार,
मोरीया टवका करे,
सुन्दर बनीयो देवरो जी,
ज्यारी शोभा है अपरम्पार,
मोरीया टवका करे,
मैं तो वारी जाऊँ,
शंकर दुखडा हरे,
भक्ता रे घर भण्डारा भरे।।
दर्शन करवा जातरी जी,
थारे आवे दिन ओर रात,
आस ले मन में घणी,
दर्शन करवा जातरी जी,
थारे आवे दिन ओर रात,
आस ले मन में घणी,
मैं तो वारी जाऊँ,
साचा थे हो धणी,
भगता री विपदा पल मे हरी।।
इन कलजुग रे मायने जी,
थारो साचो है दरबार,
भरोसो थारो बडो़,
इन कलजुग रे मायने जी,
थारो साचो है दरबार,
भरोसो थारो बडो़,
मैं तो वारी जाऊँ,
सबरी करजो भली,
रतनेश्वर मिन्दर थारो खरो।।
दास अशोक री विनती ओ,
भोला सुनजो ध्यान लगाय,
आरती थारी करा,
दास अशोक री विनती ओ,
भोला सुनजो ध्यान लगाय,
आरती थारी करा,
मैं तो वारी जाऊँ,
सुमिरन थारो करा,
हिवडा मे ध्यान मै तो थारो करा।।
ऊंचे डूंगर देवरो जी,
कोई रतनेश्वर महादेव,
जातरी आवे घणा,
मैं तो वारी जाऊँ,
परचा जग में बडा़,
मै तो नाग निवन शिव थाने करा।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818