सब तीर्थों में तीर्थ बड़ा है,
उज्जैनी महान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
छतरी चोक आगे गोपाला,
उनकी महिमा न्यारी रे,
महाकाल के दर्शन करने,
आते सब नर नारी है,
उनके पीछे बड़े गणपति,
लो उनसे वरदान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
चार धाम हरसिद्धि मैया,
पूर्ण करती काम,
राम घाट स्नान करने,
आते संत महान,
उसके आगे दत्त अखाड़ा,
यह संतों का धाम,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
चिंतामणि के गणपति बाबा,
उनकी महिमा न्यारी रे,
दक्षिण में त्रिवेणी संगम,
आते सब नर नारी है,
नवग्रह का दर्शन कर लो,
लो उनसे वरदान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
भेरूगढ़ के भैरव बाबा,
बहुत हिम्मत वाले हैं,
सिद्धनाथ और मंगलनाथ के,
यहां से देखो नजारे हैं,
गढ़ काली का दर्शन कर,
लो उनसे वरदान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
बारह बरस में कुंभ का मेला,
लगता आलीशान,
दूर-दूर से आते देखो,
साधु संत महान,
उन संतो के दर्शन कर लो,
लो उनसे वरदान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
सब तीर्थों में तीर्थ बड़ा है,
उज्जैनी महान,
यहां पर शिक्षा पाने आए,
श्री कृष्ण भगवान,
यह है नगरी महान,
यह है नगरी महान,
उज्जैन नगरी महान,
यह है नगरी महान।।
गायक – लोकेश माल।
संगीत – विजय गोथरवाल।