उज्जैन का राजा,
महाकाल राजा,
बजता है डमरू तो,
सजता है राजा,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
भस्म लगाए गले सर्प माला,
शीश गंगा गिराये बागम्बर धारा,
कालो का काल महाकाल राजा,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
शिव भोला मेरा औघड़ वाला,
जो सबके मन की हर एक बात माना,
दिन दयाला शिव डमरू वाला,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
न कोई राजा आया न कोई दूल्हा,
घोड़े चढ़ा जाये ना कोई सूरा,
राजा यही हे दूल्हा यही हे,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
भजन थारा गाऊ महाकाल राजा,
देना सहारा में आज पुकारा,
धरम कहे बाबा जल्दी बुलाना,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
उज्जैन का राजा,
महाकाल राजा,
बजता है डमरू तो,
सजता है राजा,
उज्जेन का राजा,
महाकाल राजा।।
गायक और प्रेषक – धर्मेंद्र तंवर उदयपुर।
मोबाइल – 9829202569