तुझे देख देख सोना,
तुझे देख कर है जगना,
मैं तो तेरी दीवानी,
तुमसे है प्रीत पुरानी,
तू ही तो बस मेरा श्याम श्याम,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प के बुलाएँ।।
तर्ज – तुझे देख देख सोना।
कब से है दिल में मेरे,
अपना बना ले मुझे,
सपनो में आता है तू,
नींदे चुराता है तू,
सच में भी आजा मेरे श्याम श्याम,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प के बुलाएँ।।
होंठों पे मुरली हो,
मोर मुकुट सोहे,
आजा घर मेरे आजा,
ऐसा दर्शन दिखलाजा,
भूलूँ ना तेरा एहसान श्याम,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प के बुलाएँ।।
मैंने इस जीवन का हरपल,
बस तेरे नाम किया,
तुम हो करुणा के सागर,
अब भर दो मेरी गागर,
‘ख़ुशबू’ को बस तेरा ध्यान श्याम,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प के बुलाएँ।।
तुझे देख देख सोना,
तुझे देख कर है जगना,
मैं तो तेरी दीवानी,
तुमसे है प्रीत पुरानी,
तू ही तो बस मेरा श्याम श्याम,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प तड़प,
दिल तड़प के बुलाएँ।।
स्वर – खुशबु अग्रवाल।