तेरे नाम की धुन लागी,
मन है तेरा मतवाला,
मैं तान हूँ मुरली की,
तू मोहन मुरली वाला।।
तू ही मेरा स्वामी हैं,
तू ही है मेरा दाता,
भक्ति मेरा जीवन है,
भक्तो से तेरा नाता,
मैं तेरी शरण में हूँ,
तू हैं मेरा रखवाला,
मैं तान हूँ मुरली की,
तू मोहन मुरली वाला।।
तुने मुझे भक्ति के,
सागर में डुबोया हैं,
टूटे हुए मोती को,
माला में पिरोया है,
मैं रूप हूँ मीरा का,
तू है मेरा गोपाला,
मैं तान हूँ मुरली की,
तू मोहन मुरली वाला।।
तेरे नाम की धुन लागी,
मन है तेरा मतवाला,
मैं तान हूँ मुरली की,
तू मोहन मुरली वाला।।
स्वर – अनुराधा जी पौडवाल।