तेरे चरणों में हो जीवन की श्याम,
किशोरी ये ही मांग मेरी,
पाऊं श्री चरणों में विश्राम,
किशोरी ये ही मांग मेरी।।
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा, राधा,
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा, राधा।
गुण अवगुण पर ध्यान ना देना,
मुझ पापी को अपना लेना,
गुण अवगुण पर ध्यान ना देना,
मुझ पापी को अपना लेना,
मेरी बहिया श्यामा लेना थाम,
किशोरी ये ही मांग मेरी,
तेरे चरणो मे हो जीवन की श्याम,
किशोरी ये ही मांग मेरी।।
जीवन की संध्या बेला हो प्यारी,
नैनन में हो छवि तुम्हारी,
जीवन की संध्या बेला हो प्यारी,
नैनन में हो छवि तुम्हारी,
मेरे मुख में हो किशोरी तेरो नाम,
किशोरी ये ही मांग मेरी,
तेरे चरणो मे हो जीवन की श्याम,
किशोरी ये ही मांग मेरी।।
जनम जनम की प्यास यही है,
‘चित्र विचत्र’ की आस यही है,
जनम जनम की प्यास यही है,
‘चित्र विचत्र’ की आस यही है,
प्यारी मिल जाए बरसानो धाम,
किशोरी ये ही मांग मेरी,
तेरे चरणो मे हो जीवन की श्याम,
किशोरी ये ही मांग मेरी।।
तेरे चरणों में हो जीवन की श्याम,
किशोरी ये ही मांग मेरी,
पाऊं श्री चरणों में विश्राम,
किशोरी ये ही मांग मेरी।।
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा, राधा,
श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा, राधा।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शिवकुमार शर्मा
9926347650