तेरे भरोसे चलता है,
परिवार हमारा,
मैं कैसे अदा करूँ,
साँवरिया उपकार तुम्हारा।।
तेरी दया से मुझ पर तेरा,
प्यार बरसता है,
मेरे सोचने से पहले,
तू मेरी झोली भरता है,
मुझ पापी को साँवरिया,
तुमने अपनाया,
मैं कैसे अदा करूँ,
साँवरिया उपकार तुम्हारा।।
मेरी हर चिन्ता को बाबा,
तुने अपना बनाया है,
मेरे आंसू के बदले साँवरिया,
हँसना सिखाया है,
यू ही बनाये रखना,
बाबा प्यार तुम्हारा,
मैं कैसे अदा करूँ,
साँवरिया उपकार तुम्हारा।।
मेरी हर सांसो पे साँवरिया,
अब नाम तुम्हारा है,
तेरी राहो का राही बन कर,
जीवन ये बिताना है,
चरणों से लगाके रखना,
मैं हूँ दास तुम्हारा,
मैं कैसे अदा करूँ,
साँवरिया उपकार तुम्हारा।।
तेरे भरोसे चलता है,
परिवार हमारा,
मैं कैसे अदा करूँ,
साँवरिया उपकार तुम्हारा।।
गायक – संजय निर्वाण।
लेखक – अरुण चौहान ‘राही’ जी।
8368720355