सुनलो विनय हमारी,
बलराम जू के भैया,
हम है शरण तुम्हारी,
बलराम जू के भैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।।
सबसे सहारे टूटे,
बस तेरा आसरा है,
तूफान गम के छाए,
मझधार में है नैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।।
तेरे भरोसे मन में,
एक दीप जल रहा है,
आकर के बांह पकड़ो,
गजफंद के छुड़ईया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।bd।
द्रौपदी की लाज राखी,
साड़ी में आ समाए,
मेरी और भी निहारो,
नवनीत के चूरैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।।
बांकी अदा के प्यारे,
दीवाने बन गए हम,
दीदार हो ‘किशन’ तो,
नाचूं मैं ता ता थैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।।
सुनलो विनय हमारी,
बलराम जू के भैया,
हम है शरण तुम्हारी,
बलराम जू के भैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया,
सुन लो विनय हमारी,
बृजधाम के बसैया।।
Singer – Surbhi Chaturvedi