सुनले ओ सुनले,
बजरंगी सत्संगी,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
सुनले ओ सुनले।।
तर्ज – भोले ओ भोले।
तुम दाता सारे जग के,
दर का हूँ मै भिखारी,
हरते हो कष्ट सबके,
अब की है मेरी बारी,
पार करो तुम सबकी नैया,
बन करके तुम नाथ खिवैया,
देते सदा सहारे,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
सुनलें ओ सुनले।।
सुनकर के नाम तेरा,
मै द्वार तेरे आया,
देखा जहांन सारा,
तुमसा ना कोई पाया,
दूर करो दुःख हे दुखभंजन,
काटो बंधन हे जगवंदन,
केसरी राज दुलारे,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
सुनलें ओ सुनले।।
तेरे सिवाय दाता,
कोई नहीं है मेरा,
हे राम के दुलारे,
बस आसरा है तेरा,
होगी हंसी जगत में तेरी,
बिगड़ी अगर बनी ना मेरी,
आके मैं द्वार तुम्हारे,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
सुनलें ओ सुनले।।
सुनले ओ सुनले,
बजरंगी सत्संगी,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
आया मै तेरे द्वारे,
माँ अंजनी के प्यारे,
सुनलें ओ सुनले।।