श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है,
श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है।।
चरणों में बैठ तेरे ज्योत ये जगाई हैं,
राहों में तेरी बाबा पलकें बिछाई हैं,
श्रद्धा और भाव का ये आसन सजाया हैं,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है।।
ना ही सोना चाँदी ना ही मोतियों के हार हैं,
आँखों में आँसू और लबों पे पुकार है,
दुखों का ये सागर मेरे दिल में समाया है,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है।।
तेरे आगे बैठ बाबा दुखड़े सुनाएँगे,
आप भी रोएंगे संग तुझको रुलाएँगे,
मुझको हंसाओ जैसे जाग को हंसाया है,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है।।
दर दर पे ठोकर खाई दुनिया ने मारा है,
इक तेरी आस तू ही हारे का सहारा है,
मज़बूत ‘मुखिया’ मेरा ‘मीतू’ ने गाया है,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है।।
श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है,
आजा खाटू वाले तुझको,
दास ने बुलाया है,
श्याम तेरी मूर्ति को फूलों से सजाया है।।
Singer – Amit Kalra ‘Meetu’