श्याम प्रेमी तू खाटू ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर,
उसने खाया पीया के नहीं,
जागा होगा वो रात रात भर,
श्याम प्रेमी तू खाटु ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर।।
तर्ज – ऐ हवा मेरे संग संग।
भक्तो की चिंता करता ही रहता,
फरियाद सबकी सुनता ही रहता,
खुद की फिकर वो करता नहीं है,
सुध अपनी वो रखता नहीं है,
सबके जीवन में खुशिया भरे,
सब पे बरसा रहा वो मेहर,
श्याम प्रेमी तू खाटु ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर।।
भगत पुकारे तो दौड़ा ही आए,
नहीं पल भर की देर वो लगाये,
संकट सभी के हरता है बाबा,
झोलियाँ सभी की भरता है बाबा,
थक गए होंगे उसके कदम,
चलता रहता है वो दिन भर,
श्याम प्रेमी तू खाटु ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर।।
मैया से कह दूंगा उसे समझाये,
वही समझाये तो मुझे चैन आये,
‘निर्मल’ के मन में बेचैनियां है,
क्योकि वो बाबा ही मेरी दुनिया है,
करले आराम वो दो घडी,
मेरे दिल में ही करले बसर,
श्याम प्रेमी तू खाटु ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर।।
श्याम प्रेमी तू खाटू ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर,
उसने खाया पीया के नहीं,
जागा होगा वो रात रात भर,
श्याम प्रेमी तू खाटु ले चल,
लूँ मेरे सांवरे की खबर।।
Singer – Sanju Sharma Ji
Upload By – Ravi Agrawal Ji
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