श्याम मेरी चुनर पे,
रंग मत डाल,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
भर पिचकारी कान्हा,
सन्मुख ना मारो,
अबीर गुलाल मेरे,
मुख पे ना डारो,
आज आई -2,
करके मैं सोलह श्रृंगार,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
बीच बजरिया,
ना रोको मुरारी,
जाने दो श्याम,
मत आवो अगाड़ी,
पकड़ो ना बहिया जी-2,
पराई हू नार,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
संग सहेली सब,
हांसी करेगी,
सास ननंद की मोहे,
डांट पड़ेगी,
झगडेंगे सैया जी-2,
घर पे हमार,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
‘मंत्री’ कहे विनती,
अब सुन लो हमारी,
भक्त ‘दयाल’ रहे,
शरण तुम्हारी,
श्याम तेरे चरणों में-2,
जाऊं बलिहार,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
श्याम मेरी चुनर पे,
रंग मत डाल,
विनती करूं पैया पडु,
तोरे बार-बार।।
गायक – द्वारका मंत्री।
देवास मध्य प्रदेश 94250 47895
लेखक – रामेश्वर दयाल जी आसावा इंदौर।