श्याम को अपना बनाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
श्याम को अपना बनाकर देखलो।।
तर्ज – दिल के अरमा आँसुओ में।
इतना सीधा है मेरा ठाकुर यही,
इतना सीधा है मेरा ठाकुर यही,
प्रेम से दो बात बोलो तो सही,
आएगा फ़ौरन बुलाकर देखलो,
आएगा फ़ौरन बुलाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
श्याम को अपना बनाकर देखलो।।
प्रेमियों को हर समय दरकार है,
प्रेमियों को हर समय दरकार है,
प्रेम का भूखा मेरा सरकार है,
प्रीत का माखन खिलाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
श्याम को अपना बनाकर देखलो।।
गर हरि के नाम में खो जाओगे,
गर हरि के नाम में खो जाओगे,
दूरियाँ बैकुंठ की कम कर पाओगे,
जब भी मन हो आजमाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
श्याम को अपना बनाकर देखलो।।
श्याम को अपना बनाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
दिल के कोने में बिठाकर देखलो,
श्याम को अपना बनाकर देखलो।।