श्याम घर आया जी,
नैन भर आया जी,
आवो जी आवो म्हारा श्याम,
स्वागत है आपका।।
तर्ज – जे हम तुम चोरी से।
बैठो बाबा बैठो,
मैं आँगणियों बुहारूँ,
नैणा नीर बहाकर,
थारा चरण पखारूँ,
हाज़िर है हर घडी हर घड़ी,
सेवक ये आपका,
श्याम घर आयां जी,
नैन भर आया जी,
आवो जी आवो म्हारा श्याम।।
की करणी स बाबा,
थे म्हारा घरां पधारया,
जीवडे सूं भी ज्यादा,
थे लागो म्हाने प्यारा,
सुधर गया ये जनम ये जनम,
तेरे गुलाम का,
श्याम घर आयां जी,
नैन भर आया जी,
आवो जी आवो म्हारा श्याम।।
बोलो बाबा बोलो,
काँई मर्जी थारी,
‘बनवारी’ किरपा कर,
थे अर्जी सुनली म्हारी,
जनम जनम सेवा करूँ दास रहूँ,
मैं अपने श्याम का,
श्याम घर आयां जी,
नैन भर आया जी,
आवो जी आवो म्हारा श्याम।।
श्याम घर आया जी,
नैन भर आया जी,
आवो जी आवो म्हारा श्याम,
स्वागत है आपका।।
गायक – शुभम पोद्दार।
प्रेषक – पवन शर्मा निर्मल।
9314462654