श्री हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।
दोहा – श्री स्वामी हरिदास है,
सब रसिकन सिरताज,
गौर श्याम अंग संग लिए,
श्री निधिवन रहे विराज।
श्री हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल,
मैं तो हो गया मालामाल,
मैं तो हो गया मालामाल,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
जिते स्वांस नासा चले,
तीते जपे श्री हरिदास,
तन मन प्राणन यूँ मिले,
ज्यों फूलन में वास,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
तन रूपी तो महल है,
मन रूपी प्रियालाल,
ललित केलि विहरे सदा,
किने रसिक निहाल,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
हों अनाथ तुम नाथ हो,
करुणा सिंधु दार,
ललित प्रिये हरिदास जु,
पोषो सुखद विहार,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
चरण कमल चित लाई के,
गाऊं गुण सुखरास,
आनंद निधि कृपालनित,
पाऊं प्रेम प्रकाश,
Bhajan Diary Lyrics,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल,
मैं तो हो गया मालामाल,
मैं तो हो गया मालामाल,
श्रीं हरिदास नाम धन पाके,
मैं तो हो गया मालामाल।bd।
Singer – Shri Chitra Vichitra Ji Maharaj