शेरावाली को मनाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
ये भी देखें – सर को झुका लो।
लाल है चोला लाल चुनरिया,
लाल माथे की बिंदी,
भगत तेरे हिंदी पंजाबी,
बंगाली और सिंधी,
तेरी ज्योत जगाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
हरा है पीपल हरियल पत्ता,
ऊपर तोता बोले,
हरी मैया ने पहनी चूड़ियां,
देख के मनवा डोले,
तेरा दर्शन पाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
जो भी आशा लेकर आए,
नहीं आस को मेटे,
बांझ नारियों के मैया जी,
गोद खिलावे बेटे,
फूल श्रद्धा के चढ़ाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
चरणों में तेरे गंगा बहती,
पर्वत ऊपर डेरा,
नजर करम की कर दो मैया,
दास हूँ मैं भी तेरा,
धुनि द्वारे पे रमाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
शेरावाली को मनाने,
हम भी आए है,
हम भी आए है मैया,
हम भी आए है,
शेरावाली को मनानें,
हम भी आए है।।
स्वर – नरेंद्र चंचल जी।