शरणे आयो री देवी लाज राखजो,
राखोनी छतर वाली छाया,
मारी जरणी जोग माया।।
सोना रूपा री थारे ईटा गडाउला,
थारो देवलीयो चीणवाउला,
मारी जरणी जोग माया।।
कंकु केसर वाली डाल गलाउला,
थारो देवलयो नीपवाउला,
सोना रूपा री थारे ईटा गडाउला,
थारो देवलीयो चीणवाउला,
मारी जरणी जोग माया।।
भुरी गाय रो घीर्त मंगउला,
दीवले री जोत जगाउला,
मींदरीया मे जोत जगाउला,
सोना रूपा री थारे ईटा गडाउला,
थारो देवलीयो चीणवाउला,
मारी जरणी जोग माया।।
दोई कर जोड़ राजा मान सिंग बोले,
चरणों में सीश नवाउला,
थारे रमतो रमतो आउला,
थारे मिंदर दरसण पाउला,
सोना रूपा री थारे ईटा गडाउला,
थारो देवलीयो चीणवाउला,
मारी जरणी जोग माया।।
शरणे आयो री देवी लाज राखजो,
राखोनी छतर वाली छाया,
मारी जरणी जोग माया।।
स्वर – प्रकाश जी माली।
प्रेषक – Narayan jangid
9413344064