सेठ बोयतो टेर लगाई,
सेठ बोयतो टेर लगाई,
थाने समंदर माई,
डूबे म्हारी नाव बापजी,
देवो जीव बचाई,
मत न देर लगावो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
चौपड़ रमता रामदेवजी,
भुजा रे पसारी,
बोयता ने पार लगायो,
डूबत नाव ऊबारी,
बोयता रो जीव बचायो जी,
ओ रामा बोयता रो जीव बचायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
एक दिन भाभी रामदेव ने,
यु मेणा री मारी,
बाछडीया ने करो जीवतो,
जद जानु अवतारी,
कैया दुनिया में रामा ओ,
कैया दुनिया में भरम फैलावो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
बाछडीया ऊपर हाथ फेरीयो,
जीवन दान दिरायो,
भोजाई ने रामदेवजी,
चमत्कार दिखलायो,
भाभी अचरज लायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
जात पात रो भेद म्हारो,
बाबो आज मिटायो,
दिन दुखी ने अजमल लालो,
गले सु लगायो,
भटकिया ने मार्गीयो ओ,
भटकीया ने मार्गीयो दिखलायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
डालीबाई ने रामदेवजी,
साचो पंथ बतायो,
दया प्रेम सु रेणो बाबो,
सगला ने सिखायो,
डाली सेवा में जीवन लगायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
मरवा लाग्या मिनख धडा धड,
हेजो फैल्यो भारी,
सेवा किनी रामदेवजी,
घर घर जा मिनखा री,
सबरो जीव बचायो जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया,
सौरभ फैली रामदेव री,
सारी दुनिया माई,
पग पग माते परचा दिना,
बाबो इन जुग माई,
घर घर यश थारा ओ,
घर घर यश थारा गावे जी,
अजमालजी रा कंवरा,
खम्मा खम्मा ओ रामा,
रूनीचे रा धणीया।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818