तेरे रहते दुःख ना पाऊँ,
कितना शुक्र मनाऊ,
सांवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना,
बाह पकड ली जबसे तूने,
चलना सिखा मैने,
सांवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना।।
तर्ज – धरती सुनहरी अम्बर नीला।
दुनिया वालो ने तो,
मुझे सो सो आंसू रुलाये,
यहाँ कोई काम ना आया,
वो अपने चाहे पराये,
कदम कदम पे साथ निभाता,
गिरने से तू बचाता,
साँवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना।।
जब भी दिल टुटा है,
तूने सिर पर हाथ फिराया,
राहो के कांटे चुनकर,
खुशियों का फुल खिलाया,
आंसू मेरे देख ना पाता,
दोडा तू आ जाता,
साँवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना।।
जिसने भी किया भरोसा,
वो कभी नहीं है हारा,
जो भी शरणागत है,
जीवन को तूने सवारा,
‘चोखानी’ भी अरज लगाये,
अपनी व्यथा सुनाये,
साँवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना।।
तेरे रहते दुःख ना पाऊँ,
कितना शुक्र मनाऊ,
सांवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना,
बाह पकडली जबसे तूने,
चलना सिखा मैने,
सांवरे संग संग रहना,
सदा तू संग संग रहना।।
Singer : Shri Ram Kumar “Lakha”