सावन की बरसे बदरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
भीगी चुनरिया माँ की,
भीगी चुनरिया,
सावन की बरसें बदरिया,
माँ की भीगी चुनरिया।।
लाल चोला मैया का चम चम चमके,
माथे की बिंदिया भी दम दम दमके,
हाथो में झलके मुंदरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
सावन की बरसे बदरीया,
माँ की भीगी चुनरिया।।
छाई हरियाली झूमे अम्बुवा की डाली,
होके मतवाली कूके कोयलिया काली,
बादल में कड़के बिजुरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
सावन की बरसे बदरीया,
माँ की भीगी चुनरिया।।
ऊँचा भवन तेरा ऊँचा है डेरा,
कैसे चढ़ु पाँव फिसले है मेरा,
टेडी मेड़ी है डगरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
सावन की बरसे बदरीया,
माँ की भीगी चुनरिया।।
काली घटा पानी भर भर के लाई,
झूला झूले वैष्णो माई,
हम सब पे माँ की नजरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
सावन की बरसे बदरीया,
माँ की भीगी चुनरिया।।
सावन की बरसे बदरिया,
माँ की भीगी चुनरिया,
भीगी चुनरिया माँ की भीगी चुनरिया,
सावन की बरसें बदरिया,
माँ की भीगी चुनरिया।।