सर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
सांवरे क्या कहना,
माथे चन्दन टीका सोहे,
कुण्डल करे कमाल,
सांवरे क्या कहना।।
तर्ज – सर पे टोपी लाल हाथ में।
मोटी मोटी आँखों से,
मीठी मीठी बातों से,
दिल को चुराए तू,
तेरी मुस्कान ऐसी,
लागे रे कटारी जैसी,
पागल बनाए तू,
बनड़ा बनके बैठा तू तो,
तेरी नहीं मिसाल,
सांवरे क्या कहना,
सिर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
सांवरे क्या कहना।।
हिरे मोतियों के गहने,
बागा पचरंगी पहने,
लागे बड़ा हेंडसम
लागे क्यूट क्यूट श्याम,
करूँ मैं सैल्यूट श्याम,
करूँ तेरा वंदन,
देख तुझे मस्ती छा जाती,
नाचूं नौ नौ ताल,
सांवरे क्या कहना,
सिर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
सांवरे क्या कहना।।
सांवरे ये मोरछड़ी,
तेरे साथ है खड़ी,
झाड़ा चमत्कारी है,
जानता है ‘चोखानी’,
लीला तेरी वरदानी,
देव दातारि है,
तेरे दर पे जो झुक जाए,
करे तू मालामाल,
सांवरे क्या कहना,
सिर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
सांवरे क्या कहना।।
सर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
सांवरे क्या कहना,
माथे चन्दन टीका सोहे,
कुण्डल करे कमाल,
सांवरे क्या कहना।।
Singer – Anu Ji Chaddha