संतो रे मुख पे बरसे नूर,
दोहा – संत मिलीया इतना टले,
काल जाल जमजोट,
शिश नमाया गिर पडे,
लख पापो री ओट।
संतो रे मुख पे बरसे नूर,
संतो रे मुख पे बरसे नुर,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
नदियाँ के आगे नाला क्या करे जी,
नदियाँ के आगे नाला क्या करे जी,
सावन रे पहला सूख जाय,
सावन रे पहला सूख जाय,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
शूरा रे आगे कायर क्या करे जी,
शूरा रे आगे कायर क्या करे जी,
भिडता ही पहला भाग जाय,
भिडता ही पहला भाग जाय,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
साचा संतो रा लिजो वारना जी,
साचा गुरूजी रा लिजो वारना जी,
अरे संत मिलीया ही सुख होय,
संत मिलीया ही सुख होय,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
संत आसोजी विनती कर रया जी,
संत आसोजी विनती कर रया जी,
ओ संता रो अमरापुर मे वास,
संता रो अमरापुर मे वास,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
संतो रे मुख पे बरसे नूर,
संतो रे मुख पे बरसे नुर,
राज म्हारी सैया ए,
राज म्हारी सैया ए,
सतगुरु मिले तो बाता मै करा जी,
ज्ञानी गुरु मिले तो बाता मै करा जी।।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818