साईं इतना रहम कीजिये,
लाज दुखिया की रख लीजिये,
तू है दयावान साईं मेहरबान,
ऐ मेरे भगवान दे जरा सा ध्यान,
साईं इतना रहम कीजिए,
लाज दुखिया की रख लीजिये।।
मैं हूँ जग की सताई हुई,
तेरे चरणों में आई हुई,
जो भी चाहे हमें दीजिये,
जो भी चाहे हमें दीजिये,
लाज दुखिया की रख लीजिये।।
जिसपे साईं जी किरपा करे,
वो ज़माने से फिर क्यों डरे,
हाथ में हाथ तो दीजिये,
हाथ में हाथ तो दीजिये,
लाज दुखिया की रख लीजिये।।
सब तुम्हारे हवाले किया,
साईं बाबा ओ मेरे पिया,
अपना दीदार तो दीजिये,
अपना दीदार तो दीजिये,
लाज दुखिया की रख लीजिये।।
साईं इतना रहम कीजिये,
लाज दुखिया की रख लीजिये,
तू है दयावान साईं मेहरबान,
ऐ मेरे भगवान दे जरा सा ध्यान,
साईं इतना रहम कीजिए,
लाज दुखिया की रख लीजिये।।
गायक – हमसर हयात निजामी।