सत्य सनातन धर्म के,
सम्मान के लिए,
सब साथ खड़े हो जाओ,
मेरे श्री राम के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
राम ही आदि अंत है,
शास्वत सत्य यही है,
सनातन सबसे पुरातन,
राम बिन गत्य नहीं है,
अखंड भारत राष्ट्र के,
आह्वान के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
राम द्रोही है जितने,
उन्हें पहचानना होगा,
कालनेमि है कितने,
ये हमको जानना होगा,
आने वाली पीढ़ी के,
कल्याण के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
छोड़ दो जाति पाती,
तोड़ दो सारे बंधन,
अयोध्या फिर से सजी है,
राम पे वारो तन मन,
हिन्दुओ तुम अपने,
हिन्दुओ तुम अपने,
स्वाभिमान के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
राम के वंशज है हम,
एक परिवार हमारा,
देश और धर्म प्रथम है,
यही संकल्प हमारा,
गाता ‘मित्तल’ अपने,
हिन्दुस्तान के लिए,
लिखता ‘मोहित’ अपने,
हिंदुस्तान के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
सत्य सनातन धर्म के,
सम्मान के लिए,
सब साथ खड़े हो जाओ,
मेरे श्री राम के लिए,
सब साथ खडे हो जाओं,
प्रभु श्री राम के लिए।।
गायक – कन्हैया मित्तल जी।