रोवाड़ा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता,
हेमर जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा,
अरे हेमर जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा,
रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता,
अरे घोडी जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा।।
जोधाणा सु आया रोवाडा रे माय,
अरे जोधाणा सु आया रोवाडा रे माय,
अरे जद ठाकुर जी सोचीयो,
अब होवेला काई,
जिन री पूंछ काटने भेजीया,
रोवाडा रा राजा,
जिन री पूंछ काटने भेजीया,
रोवाडा रा राजा,
अरे रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता।।
आप चाल्या जोधाणा मे,
हेमर री असवार,
जोधाणा मे जाय जगाया,
जोधाणा दरबार,
एतो सार्दुलसिंहजी आया रे,
रोवाडा रा राजा,
एतो सार्दुलसिंहजी आया रे,
रोवाडा रा राजा,
अरे रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता।।
ए सुता नींद सु उठ ने,
नीचे आया दरबार,
ठाकुर सा रो स्वागत करीयो।
जोधाणा रे माय,
थोरी दुनिया में जीत वेला,
रोवाडा रा राजा,
अरे रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता।।
ए कुरत अंग्रेजो री हुकुमत में,
झंडा रोपीया हजार,
बहन बेटी री लाज बचाई,
हिन्दूओ रो राखीयो मान,
जगदीश झारका गावे ओ,
रोवाडा रा राजा,
रोवाडा रा राजा,
अरे रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता।।
दाता री तो महीमा गावे,
आज शंकर टाक,
नवराता रे माय ओतो,
आयो उलारीया धाम,
थोरे चरने शिश निवावे रे,
रोवाडा रा राजा,
रोवाडा रा राजा,
अरे रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता।।
रोवाड़ा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता,
हेमर जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा,
अरे हेमर जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा,
रोवाडा रा राजा,
सार्दुलसिंहजी दाता,
अरे घोडी जोर री घुमाई ओ,
रोवाडा रा राजा।।
गायक – शंकर जी टाक।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818