रिद्धि सिद्धि के संग में हे गौरी लाल पधारो भजन लिरिक्स

रिद्धि सिद्धि के संग में,
हे गौरी लाल पधारो,
सब बाधा विघन मिटा कर,
सब बाधा विघन मिटा कर,
मेरे कारज सभी संवारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।

तर्ज – मानो तो मैं गंगा माँ हूँ।



बिना तुम्हारे शिव नंदन है,

मेरे काज अधूरे,
तुम आओ तो गणपति मेरे,
काम सभी हो पुरे,
एक बार दया द्रष्टि से,
एक बार दया द्रष्टि से,
हमको गणराज निहारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।



सेवा भक्ति नहीं हम जाने,

कैसे तुम्हे मनाए,
टूटे फूटे बोलो से,
गुणगान तुम्हारा गाए,
नादान ‘अमर’ के बप्पा,
नादान ‘अमर’ के बप्पा,
तुम भूले सभी बिसारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।



जहाँ चरण तुम्हारे पड़ते,

वहाँ सभी देव आ जाए,
इसलिए गणपति बप्पा,
हम पहले तुम्हे बुलाए,
परिवार सहित प्रभु आओ,
परिवार सहित प्रभु आओ,
मेरी विनती को स्वीकारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।



फल फुल मेवा और मोदक,

मैं अर्पण करूँ विधाता,
आँगन में खुशियाँ बरसे,
तुम दया करो जब दाता,
प्रभु रख लो बात हमारी,
प्रभु रख लो बात हमारी,
संकट से हमें उबारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।



रिद्धि सिद्धि के संग में,

हे गौरी लाल पधारो,
सब बाधा विघन मिटा कर,
सब बाधा विघन मिटा कर,
मेरे कारज सभी संवारो,
रिद्धि सिद्धी के संग में,
हे गौरी लाल पधारो।।

Singer – Chetna


Previous articleभरलो भरलो झोलियाँ आके बाबा के दरबार भजन लिरिक्स
Next articleमोहे थाम ले गुरुवर आजा भजन लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here