रट स्वास स्वास में राम भजन करले रे पंछी लिरिक्स

रट स्वास स्वास में राम,
भजन करले रे पंछी,
रह जायेगी पूंजी ठाम,
चलेगी छोड़ सभी धन धाम,
भजन करले रे पंछी।।



जानबूझकर क्या भूला है,

कौन किसी का न्याती,
जीव जगत में सदा अमर है,
कर्म बनेगी साथी रे,
ये मित्र त्रिया संतान,
अंत में आये ना कोई काम,
भजन करले रे पंछी।।



घणी रीत समझाऊं रे जिवड़ा,

सोच समज मन मांही,
काल फांस जद कण्ठ पड़ेगी,
कौन छुड़ाने आई रे,
फिर पछतायेगा मान,
अरे जद जम पाड़ेगा चाम,
भजन करले रे पंछी।।



सपना ज्यों संसार बावरा,

फूल रहा जीवन में,
थारी मारी करता,
जाय रियो खीवन में,
अब करके ‘भैरव’ ध्यान,
बसाले मन मंदिर में राम,
भजन करले रे पंछी।।



रट स्वास स्वास में राम,

भजन करले रे पंछी,
रह जायेगी पूंजी ठाम,
चलेगी छोड़ सभी धन धाम,
भजन करले रे पंछी।।

गायक – बद्री लाल जी गाडरी।
प्रेषक – चारभुजा साउंड जोरावरपुरा।
9460405693


Previous articleमुझे सांवरे के दर से कुछ खास मिल गया है भजन लिरिक्स
Next articleराधा रानी प्यारी बिरज की महारानी भजन लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here