रण संग्राम भाया रे बिना सूनो भजन लिरिक्स

रण संग्राम भाया रे बिना सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



धरणी रो तेज सूरज बिना सुनो,

रेण सुनी एक चांद रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



सरवर पाल पाणी बिना सुनी,

तरवर सुनो एक पान रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



गौरी रा नैण काजळ बिना सुना,

सैज सुनी म्हारे सायब रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



माता री गोद पुत्र बिना सुनी,

बहन सुनी एक भाई रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



सासु बिना सासरियो सुनो,

साळ सुनो एक साले रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



दोय कर जोड़ राजा युधिष्ठिर बोले,

हिरदो सुनो हरि नाम रे बिना,
रण संग्राम भायां रे बिन सूनो,
धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।



रण संग्राम भाया रे बिना सूनो,

धरती सूनी भींये पांडु रे बिना।।

Singer – Om Krishan Bishnoi
प्रेषक – सुभाष सारस्वा काकडा।
9024909170


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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