प्यारा सांवरिया थारा ठाठ देखकर,
मन हरसावे जी प्यारा सावरिया।।
सज्यो धज्यो बनडो सो बनकर,
सिहासन पर बैठ्यो जी,
मोटा मोटा सेठ द्वार पर,
चवर डुलावे जी प्यारा सावरिया,
प्यारा सावरिया थारा ठाठ देखकर,
मन हरसावे जी प्यारा सावरिया।।
सेठा को भी सेठ जगत को,
महासेठ सावरिया जी,
जो भी आवे थारे द्वार पर,
शीश झुकावे जी प्यारा सावरिया,
प्यारा सावरिया थारा ठाठ देखकर,
मन हरसावे जी प्यारा सावरिया।।
शीश मुकुट काना में कुंडल,
गले वेजंति माला जी,
रतन जडित सोना रो बागो,
छतर सुहावे जी प्यारा सावरिया,
प्यारा सावरिया थारा ठाठ देखकर,
मन हरसावे जी प्यारा सावरिया।।
प्यारा सांवरिया थारा ठाठ देखकर,
मन हरसावे जी प्यारा सावरिया।।
गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657