प्रभु तुमको वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा,
हे करुणा के सागर,
अनादि का काटो,
ये बन्धन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण।।
तुम्ही ध्येय हो और,
तुम्ही ध्यान मेरे,
मैं जब तक भी जन्मु,
हो भगवान मेरे,
मेरा जब मरण हो,
तेरी ही शरण हो,
हर एक स्वांस में होवे,
चिंतन तेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा।।
प्रभु अवगुणों का,
हूँ मैं तो पिटारा,
मगर तुमने कितने ही,
पतितों को तारा,
भँवर में है नैय्या,
बनो तुम खिवैय्या,
यही आस सुन लोगे,
कृन्दन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा।।
प्रभु तुमको वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण,
ये जीवन मेरा,
हे करुणा के सागर,
अनादि का काटो,
ये बन्धन मेरा,
प्रभु तुमकों वंदन,
मैं करता हूँ अर्पण।।
Lyrics, Composition & Voice –
Dr. Rajeev Jain
8136086301