Home Blog Page 1290
अब सौंप दिया इस जीवन का

अब सौंप दिया इस जीवन का भजन लिरिक्स

3
अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में, है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में।। मेरा निश्चय है बस एक यही, एक बार...
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे देख लो मेरे दिल के नगीने में

श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे भजन लिरिक्स

20
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे, देख लो मेरे दिल के नगीने में।। - दोहा - ना चलाओ बाण, व्यंग के ऐ विभिषण, ताना ना सह पाऊं, क्यूँ...
​आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है भजन लिरिक्स

​आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है भजन लिरिक्स

0
​आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है, श्लोक - गम सहकर के जीना जिंदगी में, यहाँ बुजदिलो की कदर नहीं होती। हँसना मुसीबत में जब...
श्याम रंग में रंग गई राधा भूली सुध-बुध सारी रे भजन लिरिक्स

श्याम रंग में रंग गई राधा भूली सुध बुध सारी रे भजन लिरिक्स

2
श्याम रंग में रंग गई राधा, भूली सुध-बुध सारी रे, राधा के मन में, बस गए श्याम बिहारी।। श्याम नाम की चुनर ओढ़ी, श्याम नाम की चुडीयाँ, अंग अंग...
बंसी वाले के चरणों में सर हो मेरा भजन लिरिक्स

बंसी वाले के चरणों में सर हो मेरा भजन लिरिक्स

0
बंसी वाले के चरणों में, सर हो मेरा, फिर ना पूछो, कि उस वक़्त क्या बात है, उनके द्वारे पे डाला है जब से डेरा,...
बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई भजन लिरिक्स

बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई भजन लिरिक्स

0
बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई, लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई, कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी, कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी।।  आँख मिचौली काहे खेले तु कान्हा, पलके...
बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना

बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना

3
बाबा का दरबार सुहाना लगता है, तर्ज - दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।। हमने...
​अवध में छाई खुशी की बेला लगा है अवध पुरी में मेला भजन

​अवध में छाई खुशी की बेला लगा है अवध पुरी में मेला भजन

0
​अवध में छाई खुशी की बेला, लगा है अवध पुरी में मेला।। राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न, संग में नाचे हनुमत चेला, लगा है अवध पुरी में मेला, ​अवध मे...
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो भजन लिरिक्स

अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो भजन लिरिक्स

10
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, तर्ज - ये माना मेरी जा। ​दोहा - देखो देखो ये गरीबी, ये गरीबी का हाल, कृष्ण के दर पे, विस्वास लेके आया...
​अब किसी महफ़िल में जाने की हमें फुर्सत नहीं भजन लिरिक्स

​अब किसी महफ़िल में जाने की हमें फुर्सत नहीं भजन लिरिक्स

0
​अब किसी महफ़िल में जाने, की हमें फुर्सत नहीं, दुनिया वालो को मनाने, की हमें फुर्सत नहीं।।   एक दिल है जिसमे मेरा, बस गया है सांवरा, अब कही दिल...
error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे