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भज ले हरी को एक दिन तो है जाना भजन लिरिक्स

भज ले हरी को एक दिन तो है जाना भजन लिरिक्स

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भज ले हरी को एक दिन तो है जाना, जीवन को यदि सफल बनाना, भज ले हरी को एक दिन तो है जाना।। तर्ज - परदेसियों...
ये तो बता दो बरसाने वारी भजन लिरिक्स

ये तो बता दो बरसाने वारी भजन लिरिक्स

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ये तो बता दो बरसाने वारी, मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा, तुम्हारी दया पर ये जीवन है मेरा, मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा।। किये है गुनाह...
तेरे दर पे आने को जी चाहता है हिंदी भजन लिरिक्स

तेरे दर पे आने को जी चाहता है हिंदी भजन लिरिक्स

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तेरे दर पे आने को जी चाहता है, सबकुछ सुनाने को जी चाहता है।। तर्ज - निगाहे मिलाने को जी चाहता है सुनो सबके दुःख गम...
दो दिन का जगत मे मेला सब चला चली का खेला भजन लिरिक्स

दो दिन का जगत मे मेला सब चला चली का खेला भजन लिरिक्स

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दो दिन का जगत मे मेला, सब चला चली का खेला।। कोई चला गया कोई जावे, कोई गठरी बाँध सिधारे, कोई खड़ा तैयार अकेला, कोई खड़ा तैयार अकेला, सब चला...
आरती किजे हनुमान लला की हनुमान जी आरती लिरिक्स

आरती किजे हनुमान लला की हनुमान जी आरती लिरिक्स

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आरती किजे हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरवर काँपे, रोग दोष जाके निकट ना झाँके।। अंजनी पुत्र महा बलदाई, संतन के प्रभु सदा...
श्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती

श्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती हिंदी लिरिक्स

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श्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती, आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला, श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला, गगन सम...

भगवान शिव जी की आरती हिंदी लिरिक्स

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भगवान शिव जी की आरती, कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेन्द्रहारं, सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे, भव भवानी सहितं नमामि। जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा, ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा।। ॐ जय शिव...
सूर्य देव भगवान की आरती

सूर्य देव भगवान की आरती

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सूर्य देव भगवान की आरती  ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय...
श्री सीता जी की आरती

श्री सीता जी की आरती

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श्री सीता जी की आरती  आरती श्री जनक दुलारी की , सीता जी रघुवर प्यारी की  || जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी , परम...
श्री राधा जी की आरती

श्री राधा जी की आरती

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श्री राधा जी की आरती, आरती प्रीतम प्यारी की, कि बनवारी नथवारी की। दुहुँन सर कनक-मुकुट झलकै, दुहुँन श्रुति कुण्डल भल हलकै, दुहुँन  दृग प्रेम सुधा छलकै, चसीले बैन,...
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