पाछा जाता सांवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।
दोहा – आंसुड़ा ढलके म्हारा,
हिवड़ो भर भर आवे,
छोड़ थाने जावा कईया,
यो धीरज छुट्यो जाय,
यो धीरज छुट्यो जाय।
पाछा जाता सांवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे,
मुड़ मुड़ के देखूं रे,
मुड़ मुड़ के देखूं रे,
मुड़ मुड़ के देखूं रे,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
नैना निगोड़ा थासु,
जद से मिलाया जी,
साँची साँची बोला म्हे,
सुध बिसराया जी,
ओल्यू थारी आवे रे,
ओल्यू थारी आवे रे,
ओल्यू थारी आवे रे,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
मिलवा ने थासु बाबा,
आऊं घणे चाव से,
मंदिर में ढोक लगाऊं,
मैं तो बड़े भाव से,
देख म्हाने मुड़ के तू,
देख म्हाने मुड़ के तू,
देख म्हाने मुड़ के तू,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
जी म्हारो चावे थाने,
साथीड़ो बनाऊं जी,
बांह पकड़ के सागे,
मैं तो ले जाऊं जी,
थाने रिझाऊं जी,
भजन सुनाऊँ जी,
थाने रिझाऊं जी,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
प्रेम डोरी कदे ना,
तोड़ियो सांवरिया,
हाथ म्हारो कदे ना,
छोड़ियो सांवरिया,
रूस मत जाजो रे,
भूल मत जाजो रे,
रूस मत जाजो रे,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
‘रोमी’ ‘चोखानी’ री,
आँख भर आई रे,
‘रजनी’ री लाज राखजो,
लेवा म्हे बिदाई रे,
होजु बुलाजो रे,
फेर बुलाजो रे,
होजु बुलाजो रे,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
पाछा जाता सांवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे,
मुड़ मुड़ के देखूं रे,
मुड़ मुड़ के देखूं रे,
दिलदार सांवरा,
पाछा जाता साँवरा,
म्हारो जी दुख पावे रे।।
स्वर – रजनी जी राजस्थानी।
बहुत ही प्यारा भजन है , भक्त के भाव से भरा हुआ भजन है ।