ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे,
नाम मुख पे तेरा,
धाम दिल में तेरा,
तुमसे रोशन है मेरा जहाँ,
तू कभी रुठे ना,
साथ कभी छुटे ना,
तेरे बिन जाउँ मैं अब कहाँ,
तेरे चरणों में मेरा ठिकाना,
मेरे बाबोसा मैं तेरा दीवाना,
तेरे साये में जीवन ये,
मेरा ही गुजर जाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे,
तेरी कृपा से बाबोसा,
जीवन ये संवर जाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे।।
तर्ज – तेरे नैना तेरे नैना।
तू है इस मन में,
तू है धड़कन में,
मेरे दिल मे तू रहना सदा,
मेरी यही आरजू,
सदा साथ रहे तू,
न होना कभी भक्तो से जुदा,
खोई तुझमे में ये मेरी निगाहे,
तू ही इन अँखियों में समाये,
तेरी भक्ति में हम तो,
झूमे नाचे गाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे।।
है प्रीत का बन्धन,
बाबोसा भगवन,
बांधी तुमसे ही प्रेम की डोर,
मैं तेरा दीवाना,
छोड़ आया जमाना,
देखा तुमसा ना मैंने कोई और,
मेरी पकड़ी जो तुने बाहें,
मुझे मिलने लगी नई राहे,
मुझको मिल रही है बस,
तेरी ही दुवाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे।।
तेरा दरस राहे सजादे,
तेरा दरस दुरी मिटादे,
तेरा दरस धड़कन को बड़ादे,
तेरा दरस पलको में समाले,
हो बाबोसा,
जख्म का मरहम बाबोसा,
देता तू हरदम बाबोसा,
कैसे भूले भूले बाबोसा,
दिल बोले बोले बाबोसा,
कहे ‘दिलबर’ ये भक्त है,
तुझको बुलाये,
पा नी सा रे नी ध प म नी,
ध प म ग रे सा,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे।।
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे,
नाम मुख पे तेरा,
धाम दिल में तेरा,
तुमसे रोशन है मेरा जहाँ,
तू कभी रुठे ना,
साथ कभी छुटे ना,
तेरे बिन जाउँ मैं अब कहाँ,
तेरे चरणों में मेरा ठिकाना,
मेरे बाबोसा मैं तेरा दीवाना,
तेरे साये में जीवन ये,
मेरा ही गुजर जाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे,
तेरी कृपा से बाबोसा,
जीवन ये संवर जाये,
ॐ बाबोसा जय बाबोसा,
जय बाबोसा रे।।
गायक – मोहित बोथरा कलकता।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365