ओ नीले घोड़े वाले,
तेरे खेल है निराले,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
तर्ज – हम प्यार करने वाले।
श्याम के जैसा इस दुनिया में,
और कोई दातार नही,
जो मांगे वो मिल जाता है,
करे कभी इंकार नही,
हार के द्वारे जो भी आया,
खाली नही कोई लौटाया,
जिस की पकड़ ले बांह सांवरिया,
उसकी नैया पार लगी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
एक तीर से श्याम आपने,
अद्भुत खेल दिखाया था,
बिन सोचे ही श्री कृष्ण को,
तूने शीश चढ़ाया था,
देख के तेरी अमर कहानी,
दंग रह गए बड़े बड़े ज्ञानी,
सेठों का तू सेठ कहाए,
ओ कलयुग के अवतारी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
भूलें से भी जो कोई प्राणी,
श्याम शरण में आता है,
श्याम लगाता उसे गले,
ये कभी नही ठुकराता है,
राजा हो या कोई भिखारी,
साथ सभी के लखदातारी,
‘अर्णव माधव’ महिमा गाए,
लहरा दे थारी मोरछड़ी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
ओ नीले घोड़े वाले,
तेरे खेल है निराले,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
गायक – प्रशांत सूर्यवंशी।
जय श्री श्याम आदरणीय प्रशांत भाई बहुत ही सुंदर भजन बाबा का आपने प्रस्तुत किया है वाकई में मैंने आज तक इतना सुंदर भजन कभी नहीं सुना आपको बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने बाबा के प्रेमियों को ऐसी सौगात दी जय श्री श्याम धन्यवाद
इस भजन को आप बहुत ही सुंदर गाते हैं बाबा श्याम आपको दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की दें।
जय श्री श्याम जी।
सुरेश चौधरी
काशीपुर (उत्तराखंड)