ओ मेरे सांवरे तू मिला है मुझे,
तू नही तो कुछ नही है,
मेरी ज़िन्दगी।।
तर्ज – ओ मेरे हमसफर।
हर पल सांसो में तू हैं,
तुझसे मेरी पहचान,
तूने ही तो कदम कदम पे,
मुझपे किया अहसान,
तुझपे वार दूँ मैं,
मेरी ज़िन्दगी,
ओ मेरे साँवरे तू मिला है मुझे,
तू नही तो कुछ नही है,
मेरी ज़िन्दगी।।
दुनिया की सारी खुशियाँ तो,
तेरे चरणों में मिले,
तेरी रहमत के हुए है,
जबसे शुरू सिलसिले,
तेरी वजह से है हसी,
मेरी ज़िन्दगी,
ओ मेरे साँवरे तू मिला है मुझे,
तू नही तो कुछ नही है,
मेरी ज़िन्दगी।।
अपना ये प्रेम का नाता,
जनम जनम नहीं टूटे,
विनती करे ‘चोखानी’,
हमसे कभी ना तू रूठे,
तेरी बंदगी में है,
मेरी ज़िन्दगी,
ओ मेरे साँवरे तू मिला है मुझे,
तू नही तो कुछ नही है,
मेरी ज़िन्दगी।।
ओ मेरे सांवरे तू मिला है मुझे,
तू नही तो कुछ नही है,
मेरी ज़िन्दगी।।