हांगा लगा के सोंटा दबाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा तू घोटा लगादे,
ओ मोसम बणादे,
ओ गोरा भांग भांग भांग,
ओ गोरा भांग प्यादे,
हांगा लगा के सोटा दबाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा मैं घोटा लगादू,
ओ मोसम बणादू,
ओ भोले भांग भांग भांग,
ओ भोले भांग प्यादू,
भांग प्यादू ओ भोले भांग प्यादू।।
जब जब सामण आवे गोरा,
मने तो मस्ती छाने,
देख के काच्ची काच्ची भांग,
कती ना डांटा जावे,
भोले तेरी मस्ती में,
तो गोरा भी मस्तावे,
आज पिलादू जी भर के,
मतना तू घबराने,
हो दांत दबाके तिक्खी लखाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा तू घोटा लगादे,
ओ मोसम बणादे,
ओ गोरा भांग भांग भांग,
ओ गोरा भांग प्यादे।।
ऐसा रगड़ा मार गोरा,
जो नशा ना होवे ढिल्ला,
जेसी दास सुरेन्द्र पयावे,
भगत तेरा रंगीला,
ऐसा रगड़ा मारुंगी जो,
नशा ना होवे ढिल्ला,
जेसी दास सुरेन्द्र पयावे,
भगत तेरा रंगीला,
लोटा डटाके थोड़ा प्यार मिलाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा तू घोटा लगादे,
ओ मोसम बणादे,
ओ गोरा भांग भांग भांग,
ओ गोरा भांग प्यादे।।
हांगा लगा के सोंटा दबाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा तू घोटा लगादे,
ओ मोसम बणादे,
ओ गोरा भांग भांग भांग,
ओ गोरा भांग प्यादे,
हांगा लगा के सोटा दबाके,
कुंण्डी में गेर के ऐसा मैं घोटा लगादू,
ओ मोसम बणादू,
ओ भोले भांग भांग भांग,
ओ भोले भांग प्यादू,
भांग प्यादू ओ भोले भांग प्यादू।।
– गायक एवं प्रेषक –
सुरेन्द्र सिंह प्रधान निठौरा
9999641853