भगवान, भगवान,
भगवान, भगवान,
ओ बाबोसा चुरू वाले,
मेरा जीवन तेरे हवाले,
मुझे अब तो गले लगाले।।
तर्ज – ओ दुनिया के रखवाले।
जीवन की इस राह में मैने,
हरपल ठोकर खाई,
गेरो की क्या बात करूँ मैं,
अपनो ने पीठ दिखाई,
हुई जग में मेरी हंसाई,
हो.. हो.. मिट रही है मेरी,
हस्ती अब तो,
अब तो आके बचाले,
अब तो आके बचाले,
हो.. हो.. अबतो आके बचाले,
ओ भक्तो के रखवाले,
ओ बाबोसा चुरू वालें,
ओ बाबोसा चुरू वालें।।
टूट गई सारी आशाये,
छाया है गम का अंधेरा,
ओझल हुई खुशियाँ आंखों से,
डाला है दुख ने डेरा,
चहु ओर से मुझको घेरा,
हो.. हो.. भटक भटक के हार गया मैं,
पांवो में पड़ गये छाले,
हो.. अब तो गले लगाले।।
झूठे है सब रिश्ते नाते,
यहां न कोई नही है मेरा,
माँ छगनी के राजदुलारे,
एक सहारा तेरा,
जन्मों का काटो फेरा,
हो..हो..मुझको तेरी आस लगी है,
अब तो तू ही संभाले,
हो जीवन देने वाले।।
धन और दौलत शोहरत इज्जत,
मागु न कोई खजाना,
मेरे दिल की एक तमन्ना,
चरणों में दे दो ठिकाना,
इतना वर बाबा देना,
हो…दिलबर देव को अपना बनाकर,
अपने दिल मे छुपाले,
ओ बाबोसा चुरू वालें,
मेरा जीवन तेरे हवाले।।
ओ बाबोसा चुरू वाले,
मेरा जीवन तेरे हवाले,
मुझे अब तो गले लगाले।।
गायक – देवी लाल बाम्बीवाल।
रचनाकार – दिलीपसिंह सिसोदिया दिलबर।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365