भरे हिलोला लेय,
ओ राधा भरे हिलोला लेय,
नखराली राधा यमुना पे,
जल भरे हिलोला लेय।।
ईत यमुना उत गोकुल नगरी,
बीचे बरसानो धाम,
आती जाती गुजर्या सु,
मांगे दही को दान,
ओ नखराळी राधा यमुना पे,
जल भरे हिलो लेय।।
आदि नदी मे जूजलो रे,
आदि नदी मे किच,
ओ साथ सख्या मिल रास रचावे,
मोहन वाके बिच,
ओ नखराळी राधा यमुना पे,
जल भरे हिलो लेय।।
मुकुंद रावल की विनती जी,
सूनजो कृष्णमुरार,
चरणा मे अर्जी करू जी,
जोडु दोनी हाथ,
ओ नखराळी राधा यमुना पे,
जल भरे हिलो लेय।।
भरे हिलोला लेय,
ओ राधा भरे हिलोला लेय,
नखराली राधा यमुना पे,
जल भरे हिलोला लेय।।
गायक – मुकुंद रावल।
8875883542
सहयोग – बालचन्द राठौर।