नज़रे मिला के मुझसे,
ऐ श्याम मुस्कुरा दो,
गलती अगर हुई तो,
दिल से उसे भुला दो,
नज़रे मिला के मुझसे।।
तर्ज – मैं कहीं कवी ना बन जाऊं।
किस बात पे खफा हो,
नाराज लग रहे हो,
लगते हो जैसे हरदम,
ना आज लग रहे हो,
खोए खोए से मेरे,
खोए खोए से मेरे,
सरताज लग रहे हो,
तुमको रिझाऊं कैसे,
इतना मुझे बता दो,
नज़रे मिला के मुझसे।।
पुतला हूँ गलतियों का,
इंसान हूँ कन्हैया,
तुमसे छुपा नहीं हूँ,
परेशान हूँ कन्हैया,
कर दो क्षमा दयालु,
कर दो क्षमा दयालु,
नादान हूँ कन्हैया,
दिनों के नाथ मेरी,
परेशानियां मिटा दो,
नज़रे मिला के मुझसे।।
बालक मै तुम पिता हो,
रिश्ता ना छूट सकता,
बातो में यूँ हि दिल का,
बंधन ना टूट सकता,
बिन्नू कहे कन्हैया,
‘बिन्नू’ कहे कन्हैया,
‘बिन्नू’ कहे कन्हैया,
मुझसे ना रूठ सकता,
गालो पे प्यार से दो,
थपकी मेरे लगा दो,
नज़रे मिला के मुझसे।।
नज़रे मिला के मुझसे,
ऐ श्याम मुस्कुरा दो,
गलती अगर हुई तो,
दिल से उसे भुला दो,
नज़रे मिला के मुझसे।।