नाम तेरो भूल गयो भगवान,
तेरे गोरख धंधे में।
दोहा – भरम भूल में खोत है,
तो ओ जन्मों नादान,
राम नाम सो जो नहीं,
तू क्यों कर रह्यो वृथा गान।
नाम तेरो भूल गयो भगवान,
तेरे गोरख धंधे में,
गोरख धंधे में राम तेरे,
गोरख धंधे में,
नाम तेरा भूल गया श्री राम,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
देखे – मैं क्या जानु राम तेरा गोरखधंधा।
नौ महीना तक नरक कुंड के,
पड़ियो फंदे में,
बाहर आकर यूँ फसियो,
बाहर आकर यूँ फसियो,
मोह माया फंदे में,
मोह माया फंदे में,
मोह माया फंदे में,
नाम तेरा भूल गया भगवान,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
जोबन माया खूब तनी मुख,
जोड़्यो चंदे में,
मन विषयन आधीन होयो,
मन विषयन आधीन होयो,
जा मिलीयो गंदे में,
जा मिलीयो गंदे में,
जा मिलीयो गंदे में,
नाम तेरा भूल गया श्री राम,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
कुड़ कपट की बांध पोटली,
टांगी कंधे में,
सब्द जपे बिन चौरासी के,
पड़ियो फंदे में,
पड़ियो फंदे में,
पड़ियो फंदे में,
नाम तेरा भूल गया भगवान,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
जड़ चेतन जिया जूण में तू है,
तू हर बन्दे में,
कहत कबीर मन साफ कियो,
अब देंगे रंदे में,
देंगे रंदे में,
देंगे रंदे में,
नाम तेरा भूल गया भगवान,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
नाम तेरो भुल गयो भगवान,
तेरे गोरख धंधे में,
गोरख धंधे में राम तेरे,
गोरख धंधे में,
नाम तेरा भूल गया श्री राम,
तेरे गोरख धंधे में।bd।
स्वर – कबीर राजस्थानी।