नाम जपन क्यों छोड़ दिया भजन लिरिक्स

नाम जपन क्यों छोड़ दिया,
क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।



झूठे जग में जी ललचा कर,

असल वतन क्यों छोड दिया,
क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।



कौड़ी को तो खूब सम्भाला,

लाल रतन क्यों छोड दिया,
क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।



जेहि सुमिरन ते अति सुख पावे,

सो सुमिरन क्यों छोड़ दिया,
क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।



खालिस इक भगवान भरोसे,

तन मन धन क्यों ना छोड़ दिया,
क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।



नाम जपन क्यों छोड़ दिया,

क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा,
सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने सत्य वचन क्यों छोड दिया,
तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया।।

– भजन प्रेषक –
जितेंद्र कृष्ण जी पाराशर।
8059613016


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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