ना हो साथ कोई अकेले बढ़ो तुम संघ गीत लिरिक्स

ना हो साथ कोई अकेले बढ़ो तुम,
सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी।।



सदा जो जगाए बिना ही जगा है,

अँधेरा उसे देखकर ही भगा है,
वही बीज पनपा पनपना जिसे था,
घुना क्या किसी के उगाए उगा है,
अगर उग सको तो उगो सूर्य से तुम,
प्रखरता तुम्हारे चरण चूम लेगी।।



सही राह को छोड़कर जो मुड़े है,

वही देखकर दूसरों को कुढ़े है,
बिना पंख तौले उड़े जो गगन में,
न सम्बन्ध उनके गगन से जुड़े है,
अगर उड़ सको तो पखेरु बनो तुम,
प्रवरता तुम्हारे चरण चूम लेगी।।



ना जो बर्फ की आँधियों से लड़े है,

कभी पग न उनके शिखर पर पड़े है,
जिन्हें लक्ष्य से कम अधिक प्यार खुद से,
वही जी चुराकर विमुख हो खड़े है,
अगर जी सको तो जियो जूझकर तुम,
अमरता तुम्हारे चरण चूम लेगी।।



ना हो साथ कोई अकेले बढ़ो तुम,

सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी।।

प्रेषक – अंतर राणा।
9868572816


Previous articleकन्हैया फिर से आ जाओ हमारी बाल टोली में भजन लिरिक्स
Next articleसांई राम जपो सांई श्याम जपो भजन लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here