मुक्ति मिले ना श्री श्याम के बिना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
तर्ज – दुनिया चले ना श्री राम।
हारे के साथी तुम श्याम जी,
बिगड़े बनाते हो तुम काम जी,
चर्चा ये तेरा सारे जग में सुना,
चर्चा ये तेरा सारे जग में सुना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
नाम जिसने खाटू श्याम का लिया,
जो सोचा वही श्री श्याम ने दिया,
औकात करेगा तेरी लाख गुना,
औकात करेगा तेरी लाख गुना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
दीन दयाल का सहारा मिला,
मंजिल को मेरी किनारा मिला,
नैया चले है पतवार के बिना,
नैया चले है पतवार के बिना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
रहने को तूने घर है दिया,
खाने को तूने अन्न भी दिया,
सांसे चले ना श्री श्याम के बिना,
सांसे चले ना श्री श्याम के बिना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
कर्मो का लिखता है बही खाता,
भूल हमारी है यही भुलाता,
देकर न तुझे कभी श्याम ने गिना,
देकर न तुझे कभी श्याम ने गिना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
दीनो का बाबा है हितकारी,
विपदा है काटे चाहे हो भारी,
‘विपिन’ साथी श्री श्याम को चुना,
‘विपिन’ साथी श्री श्याम को चुना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
मुक्ति मिले ना श्री श्याम के बिना,
कष्ट कटे ना खाटू श्याम के बिना।।
Singer – Upasana Mehta