मुख पे हो सदा तेरा नाम,
जपु ॐ नमः शिवाय,
मैं तो सुबह दोपहर शाम।।
मेरा मन एक मंदिर हो,
बस एक ये तमन्ना मेरी,
मेरे सामने शंकर हो।।
शिव नाम की हो जयकार,
है मधुर मधुर तेरा नाम,
झुमें सुनके ये संसार।।
कोई ऐसी बता युक्ति,
मैं ध्यान लगाकर के,
करू तेरी ही भक्ति।।
तेरे दर्श के प्यासे हो नैन,
तेरे दर्श बिना भोले,
रहूँ हरदम में बैचैन।।
करूँ पूजा तेरी भक्ति,
कही और न मन भटके,
मुझे दो ऐसी शक्ति।।
शिव शिव शंकर बोले,
जो नाम जपे तेरा,
तू संग उसके होले।।
मेरी एक ये अर्जी है,
तेरी भक्ति मिले मुझको,
आगे तेरी मर्जी है।।
मुख पे हो सदा तेरा नाम,
जपु ॐ नमः शिवाय,
मैं तो सुबह दोपहर शाम।।
गायिका – सम्यता बेनर्जी मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365